कल जब में मुंबई से दूर अपनी भागमभाग कि जिंदगी से अलग शिर्डी साईं बाबा के दर्शन कर रही थी तभी मेरे सेल पर एक मेसेज आया.कनु प्रभात खबर ने तुम्हारी कविता " पापा तुम घर क्यों ना लौटे" को अपने सम्पादकीय पृष्ट में प्रकाशित किया है बहुत बहुत बधाई.मुझे थोड़ी देर तो समझ नहीं आया कि आखिर ये केसे हुआ क्यूंकि मैंने तो अपनी कविता कही प्रकाशन के लिए नहीं भेजी थी पर फिर समझ आया "प्रभार खबर" कि सम्पादकीय टीम ने मेरी कविता को मेरे ब्लॉग पर से लिया है...जानकार ख़ुशी हुई...सभी पाठकों को धन्यवाद् कि उनने इस कविता को इतना पसंद किया और प्रभात खबर टीम को भी धन्यवाद् कि उनने मेरी कविता को प्रकाशित किया....
समाचार पत्र कि लिंक.
http://epaper.prabhatkhabar.com/epapermain.aspx?queryed=9&eddate=7%2f17%२फ़२०११
मेरे ब्लॉग में इस पोएम का लिंक
http://meriparwaz.blogspot.com/2011/07/blog-post_13.html.
Hindi news paper prabhat khabar printed my poem Papa "Tum ghar kyu na Loute " (a poem for mumbai bomb blast) in Editorial section.thnx to all my readers.
link of newspaper
http://epaper.prabhatkhabar.com/epapermain.aspx?queryed=9&eddate=7%2f17%2f2011.
link of this post papa Tum ghar kyu na loute in my Blog
http://meriparwaz.blogspot.com/2011/07/blog-post_13.html.
कनुप्रिया गुप्ता
12 comments:
hurrayyy... gr8 work done. congrates kanu
thanx bhargav....
Congrats Dear but no wonder the poem was very touching!
hey.. congrats kanupriya.. well deserved..
thnx sunil and saru for your appreciation
dear kanupriya , congrats ................and really u write very touchy
बधाई आपको.
dhanyawaad amar ji aur kusumesh ji.aapne blog dekha isle lie bhi aapka dhanyawad
Congratulations . बहुत बहुत बधाई .
dhanyawad atul ji
congratz kanupriya . .
I really appreciate your site. Thank you for your insights and guidance.
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