हमसे रूठकर वो आंसू छुपा छुपा के रोए
सारे जज़्बात दिल में दबा दबा के रोए
दर्द- ए- दूरी किसी को नहीं आसान रहा
हम याद करके रोए वो भुला भुला के रोए
हमारा इक दूजे से ज्यादा कोई अपना न था
पर आंसुओं को देखने में किसी ने कसर न रखी
हम उन्ही पराये से अपनों के आगे रो लिए
वो सारी दुनिया से नज़र बचा बचा के रोए
प्यार की हर याद ठुकराकर वो गए
पर यादें उन्हें ठुकराकर गई नहीं कभी
हम इंतज़ार की हर गली सजाकर रोए
वो वापसी के रास्तों से कदम बचा के रोए
आपका एक कमेन्ट मुझे बेहतर लिखने की प्रेरणा देगा और भूल सुधार का अवसर भी
सारे जज़्बात दिल में दबा दबा के रोए
दर्द- ए- दूरी किसी को नहीं आसान रहा
हम याद करके रोए वो भुला भुला के रोए
हमारा इक दूजे से ज्यादा कोई अपना न था
पर आंसुओं को देखने में किसी ने कसर न रखी
हम उन्ही पराये से अपनों के आगे रो लिए
वो सारी दुनिया से नज़र बचा बचा के रोए
प्यार की हर याद ठुकराकर वो गए
पर यादें उन्हें ठुकराकर गई नहीं कभी
हम इंतज़ार की हर गली सजाकर रोए
वो वापसी के रास्तों से कदम बचा के रोए
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