जब रखा था मैंने इस दुनिया में पहला कदम
साथ मेरे थे बस तुम बस तुम बस तुम
हुआ जब दुनिया से मेरा पहले साक्षात्कार
खुशिया थी उन चेहरों पर अपार
एक बार भी न आने दिया मेरे बेटी होने का विचार
जब जब मैंने चाहा कुछ वो आया मेरे जीवन में
मेरी हर चाहत पूरी करने वाले वो तुम थे बस तुम
दुनिया की टेडी राहों पर रखे जब मैंने पहले कदम
मेरी ऊँगली थामकर चलने वाले वो तुम थे बस तुम
जब छोटे छोटे दांतों से मैंने कुछ पहली बार चबाया था
मेरे दांतों से ज्यादा दर्द,आपके चेहरे पर आया था
एक एक कौर दबाकर हाथों से मुझे खिलाया था
मेरी जीवन क्षुधा मिटने वाले वो तुम थे बस तुम
छोटे छोटे कन्धों पट जब मैंने किताबों को उठाया था
ये बोझ नहीं है साथी है, ये बात मुझे समझाने वाले वो तुम थे बस तुम.
छोटी छोटी आँखों से जब मैंने सब कुछ बदलते देखा था
दुनिया क्या है ये बताने वाले वो तुम थे बस तुम
छोटी छोटी बातों पर जब मैंने घर सर पर उठाया था
अपनी बातों से बहलाने वाले वो तुम थे बस तुम
जब जब लडखडाए थे ये कदम ऊँची नीची राहों पर
मेरा जीवन आधार बनाने वाले वो तुम थे बस तुम .
आज भी जरुरत होती है मुझे सान्तवना सलाह की
मेरे बालों को सहलाने वाले होते हो बस तुम
हर फैसला मेरा ,हर निर्णय जो में लेती हु
उसमे जिसकी छाप नजर आती है वो तुम हो बस तुम
आज जब दूर हू सबसे ,तो मेरे ख्वाबों में आने वाले
मुझे बिन बोले समझाने वाले,मुझे बेहतर राह दिखाने वाले
क्या गलत है क्या सही ये अंतर बतलाने वाले
जीवन की राह दिखाने वाले वो तुम हो बस तुम
आप की बच्ची दूर रहकर आपसे जी पाएगी केसे ?
मेरी आँखों को ख्वाब दिखाने वाले बस तुम हो बस तुम.
दुआ करो की मेरे ख्वाब हो पूरे ,ताकि महको मेरे ख्वाबों में तुम.
कहीं भी रहूँ दुनिया में ,साथ रहोगे हर दम तुम बस तुम.....
साथ मेरे थे बस तुम बस तुम बस तुम
हुआ जब दुनिया से मेरा पहले साक्षात्कार
खुशिया थी उन चेहरों पर अपार
एक बार भी न आने दिया मेरे बेटी होने का विचार
जब जब मैंने चाहा कुछ वो आया मेरे जीवन में
मेरी हर चाहत पूरी करने वाले वो तुम थे बस तुम
दुनिया की टेडी राहों पर रखे जब मैंने पहले कदम
मेरी ऊँगली थामकर चलने वाले वो तुम थे बस तुम
जब छोटे छोटे दांतों से मैंने कुछ पहली बार चबाया था
मेरे दांतों से ज्यादा दर्द,आपके चेहरे पर आया था
एक एक कौर दबाकर हाथों से मुझे खिलाया था
मेरी जीवन क्षुधा मिटने वाले वो तुम थे बस तुम
छोटे छोटे कन्धों पट जब मैंने किताबों को उठाया था
ये बोझ नहीं है साथी है, ये बात मुझे समझाने वाले वो तुम थे बस तुम.
छोटी छोटी आँखों से जब मैंने सब कुछ बदलते देखा था
दुनिया क्या है ये बताने वाले वो तुम थे बस तुम
छोटी छोटी बातों पर जब मैंने घर सर पर उठाया था
अपनी बातों से बहलाने वाले वो तुम थे बस तुम
जब जब लडखडाए थे ये कदम ऊँची नीची राहों पर
मेरा जीवन आधार बनाने वाले वो तुम थे बस तुम .
आज भी जरुरत होती है मुझे सान्तवना सलाह की
मेरे बालों को सहलाने वाले होते हो बस तुम
हर फैसला मेरा ,हर निर्णय जो में लेती हु
उसमे जिसकी छाप नजर आती है वो तुम हो बस तुम
आज जब दूर हू सबसे ,तो मेरे ख्वाबों में आने वाले
मुझे बिन बोले समझाने वाले,मुझे बेहतर राह दिखाने वाले
क्या गलत है क्या सही ये अंतर बतलाने वाले
जीवन की राह दिखाने वाले वो तुम हो बस तुम
आप की बच्ची दूर रहकर आपसे जी पाएगी केसे ?
मेरी आँखों को ख्वाब दिखाने वाले बस तुम हो बस तुम.
दुआ करो की मेरे ख्वाब हो पूरे ,ताकि महको मेरे ख्वाबों में तुम.
कहीं भी रहूँ दुनिया में ,साथ रहोगे हर दम तुम बस तुम.....
4 comments:
जब छोटे छोटे दांतों से मैंने कुछ पहली बार चबाया था
मेरे दांतों से ज्यादा दर्द,आपके चेहरे पर आया था
एक एक कौर दबाकर हाथों से मुझे खिलाया था
मेरी जीवन क्षुधा मिटने वाले वो तुम थे बस तुम
wese to puri poem bahut hi dil ko chhu lene wali hai fir bhi in lines me jo feelings hai wo gunge ka gud ke samaan (beyond expression) hai..
प्यारे मम्मी पापा bahut bahut acchi lagi
thanks
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nice y0u hit it on the dot will submit to digg
जब छोटे छोटे दांतों से मैंने कुछ पहली बार चबाया था
मेरे दांतों से ज्यादा दर्द,आपके चेहरे पर आया था
एक एक कौर दबाकर हाथों से मुझे खिलाया था
मेरी जीवन क्षुधा मिटने वाले वो तुम थे बस तुम
सुंदर शब्दों का चयन
बहुत बहुत शुभकामनाएं ।
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