Thursday, June 16, 2011

प्यारे मम्मी पापा


जब रखा था मैंने इस दुनिया में पहला कदम
            साथ मेरे थे बस तुम  बस तुम बस तुम
हुआ जब दुनिया से मेरा पहले साक्षात्कार
             खुशिया थी उन चेहरों पर अपार
एक बार भी न आने दिया मेरे बेटी होने का विचार

जब जब मैंने चाहा कुछ वो आया मेरे जीवन में
          मेरी हर चाहत पूरी करने वाले वो तुम थे बस तुम
दुनिया की टेडी राहों पर रखे जब मैंने पहले कदम
  मेरी ऊँगली थामकर चलने वाले वो तुम थे बस तुम

जब छोटे छोटे दांतों से मैंने कुछ पहली बार चबाया था
          मेरे दांतों से ज्यादा दर्द,आपके चेहरे पर आया था
एक एक कौर दबाकर हाथों से मुझे खिलाया था
         मेरी जीवन क्षुधा मिटने वाले वो तुम थे बस तुम

छोटे छोटे कन्धों पट जब मैंने किताबों को उठाया था
          ये बोझ नहीं है साथी है, ये बात मुझे समझाने वाले वो तुम थे बस तुम.
 छोटी छोटी आँखों से जब मैंने सब कुछ बदलते देखा था
          दुनिया क्या है ये बताने वाले वो तुम थे बस तुम

छोटी छोटी बातों पर  जब मैंने घर सर पर उठाया था
           अपनी बातों से बहलाने वाले वो तुम थे बस तुम
जब जब लडखडाए थे ये कदम ऊँची नीची राहों पर
           मेरा जीवन आधार बनाने वाले वो तुम थे बस तुम .

आज भी जरुरत होती है मुझे सान्तवना सलाह की
          मेरे बालों को सहलाने वाले होते हो बस तुम
हर फैसला मेरा ,हर निर्णय जो में लेती हु
         उसमे जिसकी छाप नजर आती है वो तुम हो बस तुम

आज जब दूर हू सबसे ,तो मेरे ख्वाबों में आने वाले
          मुझे बिन बोले समझाने वाले,मुझे बेहतर राह दिखाने वाले
क्या गलत है क्या सही ये अंतर बतलाने वाले
         जीवन की राह दिखाने वाले वो तुम हो बस तुम

आप की बच्ची दूर रहकर आपसे जी पाएगी केसे ?
         मेरी आँखों को ख्वाब दिखाने वाले  बस तुम हो बस तुम.
दुआ करो की मेरे ख्वाब हो पूरे ,ताकि महको मेरे ख्वाबों में तुम.
         कहीं भी रहूँ दुनिया में ,साथ रहोगे हर दम तुम बस तुम.....

4 comments:

loks said...

जब छोटे छोटे दांतों से मैंने कुछ पहली बार चबाया था
मेरे दांतों से ज्यादा दर्द,आपके चेहरे पर आया था
एक एक कौर दबाकर हाथों से मुझे खिलाया था
मेरी जीवन क्षुधा मिटने वाले वो तुम थे बस तुम

wese to puri poem bahut hi dil ko chhu lene wali hai fir bhi in lines me jo feelings hai wo gunge ka gud ke samaan (beyond expression) hai..

eKhabar - India's Leading online Hindi News Portal said...

प्यारे मम्मी पापा bahut bahut acchi lagi

thanks

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Anonymous said...

nice y0u hit it on the dot will submit to digg

Madan Mohan Saxena said...

जब छोटे छोटे दांतों से मैंने कुछ पहली बार चबाया था
मेरे दांतों से ज्यादा दर्द,आपके चेहरे पर आया था
एक एक कौर दबाकर हाथों से मुझे खिलाया था
मेरी जीवन क्षुधा मिटने वाले वो तुम थे बस तुम

सुंदर शब्दों का चयन
बहुत बहुत शुभकामनाएं ।
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