जब से तुम गई मैं रोता नहीं
इसलिए नहीं की खुद से बदला ले रहा हु
या खुद को बड़ा तीस मार खा दिखाना चाहता हु
रोता नहीं क्यूंकि अब आंसू आते ही नहीं
सारा कुआ उलीच कर ले गई तुम
तुम थी तो तुम्हारे संग हँसते हँसते भी रो देता था
अब तो बूँद बूँद को तरस गया हु
शायद प्यासा पानी को एसे ही तरसता होगा
मै भी वेसे ही आंसुओं का प्यासा हो गया
सच है तुम्हारे साथ जिंदगी नहीं गई
जाती भी कैसे ? सिर्फ खुशिया ही तो ज़िन्दगी नहीं
दर्द न सहा तो जिंदगी पूरी कहा जी ?
खुदा मुझे पूरी जिंदगी देना चाहता था
इसीलिए उसने सब दिया ख़ुशी भी दर्द भी....
कितना खुशनसीब हु मैं. है न?
कैसे कह दू तुम्हे की लौट आओ
अब ये प्यास मुझे उन बूंदों से ज्यादा प्यारी है
ये दर्द तुमसे ज्यादा करीबी है
तुम्हारी याद तुम्हारे साथ से ज्यादा ख़ास है
सब जाता है,शायद एक दिन मेरा मैं भी चला जाए
पर ये याद नहीं जाएगी...
बोलो भला इतनी अपनी चीज़ को कैसे खो दू?
एक वादा करोगी ?
तुम लौटकर मत आना अब कभी....
मैं भी एक वादा करता हु तुम्हे बुलाऊंगा नहीं
पर तुम्हे भुलाऊंगा भी नहीं......
आपका एक कमेन्ट मुझे बेहतर लिखने की प्रेरणा देगा और भूल सुधार का अवसर भी
इसलिए नहीं की खुद से बदला ले रहा हु
या खुद को बड़ा तीस मार खा दिखाना चाहता हु
रोता नहीं क्यूंकि अब आंसू आते ही नहीं
सारा कुआ उलीच कर ले गई तुम
तुम थी तो तुम्हारे संग हँसते हँसते भी रो देता था
अब तो बूँद बूँद को तरस गया हु
शायद प्यासा पानी को एसे ही तरसता होगा
मै भी वेसे ही आंसुओं का प्यासा हो गया
सच है तुम्हारे साथ जिंदगी नहीं गई
जाती भी कैसे ? सिर्फ खुशिया ही तो ज़िन्दगी नहीं
दर्द न सहा तो जिंदगी पूरी कहा जी ?
खुदा मुझे पूरी जिंदगी देना चाहता था
इसीलिए उसने सब दिया ख़ुशी भी दर्द भी....
कितना खुशनसीब हु मैं. है न?
कैसे कह दू तुम्हे की लौट आओ
अब ये प्यास मुझे उन बूंदों से ज्यादा प्यारी है
ये दर्द तुमसे ज्यादा करीबी है
तुम्हारी याद तुम्हारे साथ से ज्यादा ख़ास है
सब जाता है,शायद एक दिन मेरा मैं भी चला जाए
पर ये याद नहीं जाएगी...
बोलो भला इतनी अपनी चीज़ को कैसे खो दू?
एक वादा करोगी ?
तुम लौटकर मत आना अब कभी....
मैं भी एक वादा करता हु तुम्हे बुलाऊंगा नहीं
पर तुम्हे भुलाऊंगा भी नहीं......
आपका एक कमेन्ट मुझे बेहतर लिखने की प्रेरणा देगा और भूल सुधार का अवसर भी
18 comments:
क्या खता हुयी हमसे बस इतना बता दो
क्या खता हुयी हमसे
बस इतना बता दो
चाहो तो दोस्तों की
फेहरिश्त से
हमारा नाम हटा दो
तुम भूल जाओगे
मगर हम ना भूलेंगे
अहसान फरामोश
भी नहीं हैं
भूल जायेंगे तुम को.......
meree nayee kavitaa ke kuchh ansh
अनुपम भाव संयोजन लिए ...उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ।
बहुत सुन्दर...
दर्द झलक रहा है पंक्तियों में..
मोहब्बत जो ना करवाये कम है……………वाह री मोहब्बत्………………दर्द से लबरेज़्।
ek ek shabd dil ko chhute hain
बहुत,बेहतरीन अच्छी प्रस्तुति,दर्द के भाव समेटे सुंदर रचना के लिए बधाई,.....
MY NEW POST...आज के नेता...
dil ko chchoo gai ye prastuti.
बहूत हि सुंदर ,गहरे भावो का
संयोजन है..भाव विभोर करती
सुंदर अभिव्यक्ती...
ब्यूटीफ़ुल।
तुम अगर भूल भी जाओ तो ये हक है तुमको , मेरी बात और है मैंने तो मुहब्बत की है ...
प्रेम ऐसा ही होता है !
सुन्दर भावाभिव्यक्ति !
प्यार की अनोखी कशमकश..
गहरे भाव।
बेहतरीन रचना।
yadi aap mere dwara sampadit kavy sangrah mein shamil hona chahte hain to sampark karen
rasprabha@gmail.com
आह मेरे गीत बनकर गूँजते हैं। वाकई खूबसुरत प्रस्तुति।
शाश्वत प्रेम....बधाई
बहुत ही बढ़िया।
BAS YAHI PYAR HAI
-Good piece of information.
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