आपका एक कमेन्ट मुझे बेहतर लिखने की प्रेरणा देगा और भूल सुधार का अवसर भी
ऐ प्रेम मैं तुम्हे तब तलक पढूंगी जब तक तलक तुम लिखे जाते रहोगे अगर अपना पढ़ा जाना चाहते हो तो लिखने वालों को सलामत रखो.... ऐ प्रेम मैं तुम्हे तब तलक लिखूंगी जब तलक तुम पढ़े जाते रहोगे अगर अपना लिखा जाना चाहते हो तो अपने करने वालों को सलामत रखो Blog Copywrite@kanupriya inform first if you are publishing some content
Monday, December 19, 2011
parwaz परवाज़.....: बोलो चलोगे मेरे साथ ?will you come with me?
parwaz परवाज़.....: बोलो चलोगे मेरे साथ ?will you come with me?: मोहब्बत में गिरफ्तार ना होना तुम्हारे बस में ही नहीं था ना मेरे बस में था....तुम्हे क्या जंच गया या मुझे क्या भला लगा अब इस सब की बातें बेमा...
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4 comments:
दो लफ्जों की...
बातें छोटी लेकिन असरदार लगी ..
सच है ये बातें बेमानी होती हैं ... जब कोई अच्छा लग जाता है ..
भई वाह! गज़ब
बस
कस्म गोया तेरी खायी न गयी
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