tag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post5298568226397110174..comments2023-09-04T07:32:40.112-07:00Comments on parwaz परवाज़.....: लोग तो लाखों है पर , क्या थोड़े से भी इंसान है ( A song)kanu.....http://www.blogger.com/profile/16556686104218337506noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post-59808508585213626372016-10-31T11:35:35.997-07:002016-10-31T11:35:35.997-07:00सच में आज इन्सान मिलना बहुत कठिन है।सच में आज इन्सान मिलना बहुत कठिन है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00579562138668926806noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post-30258903165205293772016-10-31T11:34:56.306-07:002016-10-31T11:34:56.306-07:00सच में आज इन्सान मिलना बहुत कठिन है।सच में आज इन्सान मिलना बहुत कठिन है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00579562138668926806noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post-78640291023970363922015-01-17T19:40:22.213-08:002015-01-17T19:40:22.213-08:00बहुत ही बढ़िया ..बहुत ही बढ़िया ..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post-49813046786183830542015-01-10T22:23:56.542-08:002015-01-10T22:23:56.542-08:00सच आज इंसान बने रहने की सख्त जरुरत है ..
बहुत बढ़िय...सच आज इंसान बने रहने की सख्त जरुरत है ..<br />बहुत बढ़िया सार्थक चिंतन कराती प्रस्तुति /...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post-9820461252312666062015-01-09T08:25:09.075-08:002015-01-09T08:25:09.075-08:00बाहरि जग के सुहा सों, तामस गुन बढ़ बाढ़ि ।
अंतर जग ...बाहरि जग के सुहा सों, तामस गुन बढ़ बाढ़ि । <br />अंतर जग जब सोहहीं, सातबीक गुन गाढ़ि ।२२४२। <br /><br />भावार्थ : -- बाह्य- जगत की शोभा के संग तमोगुण धर्म का विस्तार होता है इस अवस्था में मनुष्य का चित्त तामस वृत्ति में प्रवृत्त रहता है ॥ अंतर जगत की शोभा सतोगुण धर्म का वर्द्धन करती है रजस गुण कहीं अल्प ही होता है मनुष्य का चित्त सत्त्वान व् विवेकशील होकर साधु-पद को प्राप्त करता है ॥ Neetu Singhalhttps://www.blogger.com/profile/14843330374912315760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post-76855049065539889462015-01-07T22:32:45.846-08:002015-01-07T22:32:45.846-08:00
खट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो ह...<br />खट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो होता है पर नया साल कई उमंग और उत्साह के साथ दस्तक देगा ऐसी उम्मीद है। नवर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7688050649114501506.post-69493038907006863812015-01-07T02:08:24.083-08:002015-01-07T02:08:24.083-08:00बहुत सुंदर एवं भावपूर्ण.बहुत सुंदर एवं भावपूर्ण. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.com